इतिहास में कुछ इंसान ऐसे थे जिनका किसी को भी नहीं पता चला कि आखिर वो कौन थे ,कहां से आए थे और कहां चले गए .
इतिहास के ऐसे ही तीन सबसे रहस्यमय इंसान .
1- मैन फ्रॉम तौरेद .
इस घटना को टाइम ट्रेवल से जोड़ा गया है . साल 1954 में एक व्यक्ति टोक्यो के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा , जब उससे उसके देश के बारे में पूछा गया, तो उसने अपने देश का नाम अंडोरा बताया , जो की उस वक्त दुनिया के नक़्शे में नही था . जब उसका पासपोर्ट चैक किया गया तो उससे पता चला कि वो यहां पहले भी कई बार आ चुका है .
लेकिन शक होने पर उसे पास ही एक होटल के रुम में रात को रोक दिया गया. ताकि सुबह वापस पूछताछ की जा सके और उसके कमरे के आगे दो गार्ड खड़े कर दिए गए ताकि वो भाग ना जाए लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि अगली सुबह जब पुलिस वहां पहुंची तो वो पहले से ही वहां से गायब हो गया था और चौका देने वाली बात यह है कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था और कमरे वाली बात यह है कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था और कमरे में कोई खिड़की नहीं थी , जहां से व़ भाग गया हो . लोगो का मानना था कि वो समय यात्री था , जो गलती से हमारे समय में आ गया होगा .
लेकिन शक होने पर उसे पास ही एक होटल के रुम में रात को रोक दिया गया. ताकि सुबह वापस पूछताछ की जा सके और उसके कमरे के आगे दो गार्ड खड़े कर दिए गए ताकि वो भाग ना जाए लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि अगली सुबह जब पुलिस वहां पहुंची तो वो पहले से ही वहां से गायब हो गया था और चौका देने वाली बात यह है कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था और कमरे वाली बात यह है कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था और कमरे में कोई खिड़की नहीं थी , जहां से व़ भाग गया हो . लोगो का मानना था कि वो समय यात्री था , जो गलती से हमारे समय में आ गया होगा .
2 – ग्रेगरी रास्पुतिन : एक रुसी रहस्यमयी साधू –
रास्पुतिन 1869 में एक किसान परिवार में पैदा हुआ था . जो बाद में बाबा ( साधू) बन गया. साधू बनने से पहले वो शादी शुदा था और उसके तीन बच्चे थे . कोई खास चीज नही थी उसके पास ना ही कोई खास इज्जत .
वो 10 साल तक शादी शुदा रहा उसके बाद एक दिन किसी अनजान कारण ( कुछ का मानना था कि उसने एक घोड़ा चुराया था , उसकी सजा से बचने के लिए) से एक मठ में चला गया था . साल था 1897 . वहांं उसने पढ़ना और लिखना सिखा और धर्म की बाते की . कुछ महीने रहने के बाद उसने मठ पर आरोप लगाये की वहां कुछ साधू समलैंगिगता में लिप्त है और वहां का जीवन जरुरत से अधिक कठोर है .
वो अपने घर लौट गया . पर जो इंसान घर आया वह बहुत ही ज्यादा बदल चुका था . वो एक शाकाहारी आदमी था जो शराब को हाथ भी नही लगाता था. ये बात बाकी दुनिया के लिए भले छोटी हो पर साइबेरिया में ये बहुत बड़ी बात है .
रास्पुतिन ने परिवार नही छोड़ा था . और किसी तरह से उसकी बाते सच होने लगी . उसकी बातों का अंदाज कुछ ऐसा था कि लोग सहम जाते थे उसके सामने , बीमार और डरे हुए लोगों को ऐसे लोगों पर बहुत असामान्य भरोसा होता जा रहा था . वो धार्मिक तौर पर टूटे हुए और चिंता के शिकार लोगों का इलाज करने लगा . इलाज के वक्त वो महिला भक्तों के साथ सेक्स भी करने लगा . धीरे धीरे उसकी ख्याति राज परिवार तक पहुची .
राजकुमार एलेक्सी को हीमोफिलिया था . सिंहासन का उत्तराधिकारी था . उस वक्त इस बीमारी कि इलाज नही हो पाता था . राजकुमार को एक जरा सा कट लग जाने पर जान को खतरा बना रहता था .
रास्पुतिन ने 1906 में रानी अलेक्जेंड्रा को भरोसा दिलाया कि राजकुमार को कुछ नही होगा । शायद किसी ने पहली बार रानी को इस कदर भरोसा दिलाया था .
शाही परिवार रास्पुतिन का मुरीद होने लगा . क्योंंकि रास्पुतिन ने वाकई में राजकुमार का इलाज कर दिया था .लेकिन आज तक नही पता चला कि कैसे किया था .जो भी हुआ रानी रास्पुतिन पर निर्भर होती चली गई. और रास्पुतिन औरतों पर . सात बच्चोंं का बाप शाही दरबार की औरतों में रहने लगा . सेक्स और सनक मेंं डूबे उसके किस्से फैलने लगे .
1914 में जब प्रथम विश्व युद्ध हुआ तब रानी पर लोगों की निगाह गई .क्योंंकि वो खुद जर्मन थी . और रास्पुतिन के साथ उसका पागलों वाला रिश्ता था जो किसी को समझ नहीं आता था . रुस में दोनों के सेक्ससुअल रिश्तों की बातेंं चलती थी .
पर ये सब गड़बडाने लगा जब रुस लडाई हारने लगा . कहा जाता है कि रास्पुतिन के कहे अनुसार ही लडाई हो रही थी . रुस के लोग सनकने लगे की देश जंग हार रहा है और शाही घराना एक जोगी के कहने पर चल रहा है . ये भी खबरे उड़ने लगी की रास्पुतिन और रानी दोनों जर्मनी के एजेंट है .
राजकुमार फेलिक्स युसुयोव ने एक पार्टी में रास्पुतिन को बुलाया . और वही पर रास्पुतिन के केक में सायनाइड मिलाकर दे दिया गया . पर सब हैरान रह गए, क्योंंकि जहर का उस पर कोई असर नहीं हुआ था . युसुयोव ने गुस्से में पिस्तौल निकाल ली और रास्पुतिन के पेट में गोलियां दाग दी वो खून से लथपथ होकर गिर पड़ा पर पता नही कैसे फिर खड़ा हो गया और राजकुमार को पकड़ लिया. युसुयोव ने दो गोलियां और मारी उसके बाद उसे बहुत मारा . मारने के बाद कपड़े में लपेट के नदी मेंं फेंक दिया गया.
पोस्टमॉर्टम में पता चला कि जहर और गोलियों से नही बल्कि उसकी मौत पानी में डूबने के चलते हुई . रास्पुतिन पर पहले भी हमले हो चुके थे , पर हर बार वह बच जाता था . जहर वगैरह का तो उस पर कोई असर ही नही होता था .उसके मरने के एक साल बाद ही रुस मेंं अक्टूबर क्रांति हुई और लेनिन ने कम्युनिज्म ला दिया देश में . जार और पूरे परिवार को उसी महल में काट दिया गया .
रहस्यमई रास्पुतिन के बारे में कुछ रोचक तथ्य-
रास्पुतिन के बारे में पता चला कई डायरियों से, कई तरह की चीजें निकल कर सामने आई जो सच भी हो सकती हैं और अफवाह भी
- रास्पुतिन सोता नही था .
- उसका बाथरुम बहुत बड़ा था जब नहाता उसमें , तो वह कई लड़कियों के साथ नहाता . अपने जेनिटल्स पर उनसे साबुन लगवाता . उन लड़कियों को वो लिटिल लेडीज कहता था .फिर वो शैतान निकालने चर्च चला जाता था .
- शाम को 12 बोतल चढ़ा लेने के बाद सिस्टर मारिया के साथ वापस आ जाता . मारिया उसे पता नही क्या क्या समझाती . उसके बाद वो एक राजकुमारी आइरिना के साथ चला जाता . आइरिना का वो बड़ा बेसब्री से इंजार करता और इसी चक्कर में मारा गया था . क्योंंकि उसे बुलाना आसान हो गया था .
- अपनी फीमेल फॉलोवर्स से कहता था कि मैं आपका कुछ नही करता नहीं हूं बस आपको पवित्र करता हूं. पर वह खुद साफ – सफाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देता था. छह – छह महीने अंडरवियर नहीं बदलता था . लोग कहते थे कि वो जानवरों की तरह महकता था .आइरिना के चक्कर में ही रास्पुतिन मारा गया, सबको पता था कि वह आइरिना के साथ सेक्स को रोक नही पाएगा . नहीं तो वो इतने सैनिकों के बीच रहता था कि उसे मारना संभव नहीं था .सेक्स के लिए ही वो रुका रहा और जान चली गई.
रास्पुतिन इसलिए भी रहस्यमायी माना जाता है क्योंंकि वो कैसे लोगों का इलाज करता था कोई नही जानता . लडकियां कैसे उसके बस में रहती थीं कोई नही जानता , सिवाए इसके कि उसे सम्मोहन विद्या आती थी . उसने कैसे रुसी राजघराना अपने बस में कर लिया था ये भी एक राज ही है .
3 – आयरन मास्क मैन –
साल 1971 में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया . जो 34 सालों तक जेल में कैद रहा . लेकिन फिर भी उसका चेहरा कभी भी किसी ने नही देखा था . क्योंंकि वो हमेशा अपने चेहरे पर लोहे का मास्क पहन कर रहता था. वो किसी से बात नही करता था . सिर्फ वही मांगता जिसकी उसको जरुरत हो . आज तक किसी को पता नही चला कि उस मास्क के पीछे चेहरा किसका था .