अभिजीत बनर्जी एक प्रख्यात भारतीय – अमेरिकी अर्थशास्त्री है . वैश्विक गरीबी पर किए गए शोध के लिए उन्हें 2019 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था . अभिजीत बनर्जी के वैश्विक गरीबी पर सुझाए गए विचारों से गरीबों के जीवन स्तर में सुधार देखे गए . आइए जानते हैं इस प्रख्यात अर्थशास्त्री के गरीबी तथा अर्थव्यवस्था के बारे में अनमोल विचार ।
1 – ” भारत को बेहतर विपक्ष की जरुरत है , विपक्ष लोकतंत्र का हृदय होता है .”
अभिजीत बनर्जी .
2 – ” कुछ सेहत से गरीब हैं , और कुछ पूंजी से गरीब है . सभी का एक तरह से समाधान नहीं किया जा सकता .”
अभिजीत बनर्जी .
3 – ” गरीबी कैंसर की तरह है और इससे बहुत सी समस्याएं उत्पन्न होती हैं .”
अभिजीत बनर्जी .
4 – ” 2000 रुपये के नोट क़्यो जारी किए गए है ,मैं इस फैसले के पीछे के लॉजिक को नही समझ पाया हूँ .”
अभिजीत बनर्जी .
5 – ” यदि मैं भारत में होता तो नोबेल पुरस्कार जीतने में सक्षम नहीं होता .”
अभिजीत बनर्जी .
6- ” हमें जेएनयू जैसे सोचने – विचारने वाली जगह की जरुरत है और सरकार को निश्चित तौर पर वहां से दूर रहना चाहिए .
अभिजीत बनर्जी .
7 – ” लोगों की गरीबी दूर करने के लिए कोई जादुई छड़ी नहीं है जरुरत है कि सही तरीके से नीतियों को लागू किया जाए .”
अभिजीत बनर्जी .
8 – ” आर्थिक संकट के समय सरकार को दो बड़े कदम उठाने चाहिए . पहला गरीबों की रक्षा और दूसरा मौजूदा पैसों का सही इस्तेमाल .”
अभिजीत बनर्जी .
9 – ” पकौड़ा बेचना बुरा नहीं है , लेकिन पकौड़ा बिक्रेता अभिक होने की वजह से कीमत काफी कम मिलती है .”
अभिजीत बनर्जी .
10 – ” अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए, गरीबों के हाथ में पैसा देना होगा .”