कन्फ्यूशियस चीन के एक महान दार्शनिक थे . 498 ई०वी० में उन्होंने अपना घर छोड़ दिया और पूर्वी चीन की लंबी यात्रा पर निकल गए. इस दौरान उन्होंने लोगों को जीवन जीने के सकारात्मक तरीकों से परिचित कराया. जो उनके सिद्धांतो से खुश थे उन्होंने उसे स्वीकार किया और सम्मान दिया . हालांकि उनके विरोधियों की संख्या भी कम नहीं थी . कन्फ्यूशियस ने न कभी भगवान के प्रवचन सुने और न ही सुनाए . उन्होंने कभी धार्मिक किताबें नहीं बांटी , न ही कभी धर्म का प्रचार किया .
आइए जानते है कन्फ्यूशियस के उच्च विचारों के बारे में .
1 – ” सफलता पहले से की गई तैयारी पर निर्भर है , और बिना तैयारी के असफलता निश्चित है .”
Confucius .
2 – ” एक महान व्यक्ति कथनी में कम करनी में ज्यादा होता है .”
Confucius .
3 – ” जब तुम्हारी खुद के दरवाजे की सीढ़िया गंदी होंं , तो पड़ोसी के छत पर पड़ी गंदगी का उदहारण मत दीजिए .”
Confucius .
4 – ” हम तीन तरीकों से ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं . प्रथम चिंतन से जो उत्तम है , द्वितीय दूसरों से सीखकर जो की सबसे आसान है , तृतीय अनुभव से जो सबसे कठिन है .”
Confucius .
5 – ” जब तक यह साफ न हो कि लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता है , जब तक लक्ष्य में फेरबदल न करें बल्कि अपने प्रयासों में बदलाब करे .”
Confucius .
6 – ” यह मायने नहीं रखता की आप कितना धीमे चल रहें हैं, जब तक की आप रुकें नही .”
Confucius .
7 – ” किसी कमी के साथ एक हीरा , बिना किसी कमी के पत्थर से बेहतर है .”
Confucius .
8 – ” तुम बिना कुछ सीखे एक किताब नहीं खोल सकते .”
Confucius .
9 – ” एक शेर से ज्यादा एक दमनकारी सरकार से डरना चाहिए .”
Confucius .
10 – ” मैं सुनता हूँ और भूल जाता हूँ , मैं देखता हूँ और याद रखता हूँ , मैं करता हूँ और समझ जाता हूँ .”
Confucius.
11 – ” जो आप खुद पसंद नहीं करते उसे दूसरों पर मत थोपिए .”
Confucius .
12 – ” उस काम का चयन कीजिए जिसे आप पसंद करते हैं , फिर आप पूरी जिंदगी एक दिन भी काम नहीं करेंगे .”
Confucius .
13 – ” केवल सम्मन की भावना ही मनुष्य को जानवरों से पृथक करती है .”
Confucius .
14 – ” आप क्या जानते हैं और क्या नहीं जानते है का पता होना ही सच्चा ज्ञान है .”
Confucius .
15 – ” सतर्क शायद ही कभी गलती करता है . ”
Confucius .
16 – ” एक आदमी जो गलती करता है और उसे सही नही नहीं करता ,एक और गलती करता है .”
Confucius .
17 -” यह जानते हुए की सही क्या है , उसे न करना सबसे बड़ी कायरता है .”
Confucius .
18 – ” प्रतिशोध रथ पर सवार हो तो , प्रतिशोध यात्रा प्रारंभ करने से पहले दो कब्रेंं खोदिये. “
Confucius .
19 – ” खामोशी इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती है , जो कभी उसके रहस्य उजागर नहीं करती .”
Confucius .
20 – ” जब आप अपने दिल में झांकते हैं , और कोई गलती नहीं पाते तब आपको चिंता करने और डरने की कोई जरुरत नहीं अ .”