Rabindranath Tagore एक बांग्ला कवि , कहानीकार , संगीतकार , निबंधकार , नाटककार , दार्शनिक और चित्रकार थे . महात्मा गांधी ने Rabindranath Tagore को ” गुरु देव ” की उपाधि दी थी . Rabindranath Tagore की विश्व प्रसिद्ध काव्य रचना ” गीतांजलि ” के लिए वर्ष 1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया , नोबेल पुरस्कार पाने वाले Rabindranath Tagore पहले एशियाई व्यक्ति थे .
आइए जानते हैं विश्वविख्यात Rabindranath जी के अनमोल विचारों के बारे में .
1 – ” नदी किनारे खड़े होकर पानी को ताकते रहने से आप नदी पार नही कर सकते .”
Rabindranath Tagore.
2 – ” प्यार बेड़ियांं नही है बल्कि आजादी है. “
Rabindranath Tagore.
3- ” संगीत दो आत्माओं के बीच के अनंत को मरता है .”
Rabindranath Tagore.
4 – ” फूल की पंखुडियां तोड़ कर आप उसकी सुदंरता को इकठ्ठा नहीं कर सकते .”
Rabindranath Tagore .
5 – ” जब हम विनम्र होते हैं , तब हम महानता के सबसे करीब होते हैं .”
Rabindranath Tagore .
6 – ” किसी बच्चे के ज्ञान को अपने ज्ञान तक सीमित मत कीजिए क्योंंकि उसके पैदा होने का समय कुछ और है .”
Rabindranath Tagore .
7 – ” हर वह कठिनाई जिससे आप अपना पीछा छुडाना चाहते हैं ,वह एक भूत बन कर आपकी नीद में बाधा डालेगी .”
Rabindranath Tagore .
8 – ” प्रत्येक शिशु यह संदेश लेकर आता है कि भगवान अभी भी इंसानों से निराश नहीं हुए हैं .”
Rabindranath Tagore .
9 – ” जो कुछ हमारा है वो हमे तभी प्राप्त हो सकता है जब हम उसे पा लेने की क्षमता विकसित कर लेते हैं .”
Rabindranath Tagore .
10 – ” मिट्टी के बंधन से मुक्ति पेड़ के लिए आजादी नही है .”
Rabindranath Tagore .
11 – ” हम दुनिया में तब जीते हैं जब हम उसे प्रेम करते हैं .”
Rabindranath Tagore .
12 – ” हम जब स्वतंत्र होते हैं जब हम पूरी कीमत चुका देते हैं .”
Rabindranath Tagore .
13 – ” कट्टरता सच को उन हाथों में सुरक्षित रखने की कोशिश करती है जो उसे मारना चाहता है .”
Rabindranath Tagore .
14 – ” जब मैं खुद पर हँसता हूँ तो मेरे ऊपर से मेरा बोझ कम हो जाता है .”
Rabindranath Tagore .
15 – ” तितली महीने नही क्षण गिनती है , और उसके पास पर्याप्त समय होता है .”
Rabindranath Tagore .
16 – ” कला में व्यक्ति खुद को उजागर करता है कलाकृति को नहीं .”
Rabindranath Tagore .
17 – ” यदि आप गलतियों के लिए सभी दरवाजे बंद कर देंगे तो सच बाहर रह जायेगा .”
Rabindranath Tagore .
18 – “तथ्य बहुत से है पर सत्य केवल एक है .”
Rabindranath Tagore .
19 – ” मित्रता की गहराई परिचय की अवधि पर निर्भर करती है .”
Rabindranath Tagore .
20 – ” सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग एक ऐसे चाकू की तरह है जिसमे सिर्फ ब्लेड है , यह इसका प्रयोग करने वाले के हाथ से खून निकाल देता है .”