महान लेखक स्वेट मर्डेन , इनके द्वारा लिखी गई पुस्तकों का अधिकतर विषय ज्ञान और प्रेरणा से संबंधित होते है . स्वेट मर्डेन की पुस्तकों ने हमेशा ही लोगों कि उचित मार्गदर्शन किया है .
आइए जानते हैं स्वेट मर्डेन के लिखे गए प्रेरणादायक अनमोल विचारों के बारे में .
1- ” यदि कष्ट को हँसते हँसते सहन किया जाये तो वह भी खुशी में बदल जाते हैं .”
स्वेट मर्डेन .
2- ” इस दुनिया में किसी भी व्यक्ति का स्वभाव प्राकृतिक रूप से ऐसा नही है जिसे पूर्ण कहा जा सके .”
स्वेट मर्डेन .
3 – ” क्रोध ,अंहकार , घृणा ऐसे भाव है जो मनुष्य की सोचने समझने की शक्ति समाप्त कर देते हैं और वह खुद अपना विनाश कर लेता है . इससे बचने के लिए मनुष्य को आत्मचिंतन का सहारा लेना चाहिए .”
स्वेट मर्डेन .
4 – ” आत्मविश्वास से भरपूर व्यक्ति को सफलता प्राप्त करने से कोई नही रोक सकता है .”
स्वेट मर्डेन .
5 – ” जीवन में चाहे कितने भी दु:ख के दिन क़्यो ना आए सबकी अपनी सीमा होती है और फिर नई आशा की किरन चमकने लगती है .”
स्वेट मर्डेन .
6 – ” दूसरों केधर्म को अपमानित करके अपने धर्म का सम्मान करने वाला , सम्मान का हकदार नहीं रहता .”
स्वेट मर्डेन .
7 – ” अपने मतलब के लिए तौ शैतान भी धर्म ग्रंथ का हवाला दे सकता है .”
स्वेट मर्डेन .
8 – ” स्वभाव कच्ची मिट्टी की तरह होता है , जिसकी कोई शक्ल सूरत नहीं होती . इसे अपने अनुसार ढालने की आवश्यकता होती है .”
स्वेट मर्डेन .
9 – ” निरपराधी को परेशान करने जैसा जघन्य अपराध दूसरा कोई नहीं है .”
स्वेट मर्डेन .
10 – ” न्याय संगत बात करने के लिए हर समय सही होता है .”
स्वेट मर्डेन .
11 – ” दु:ख बाँटने से हल्का हो जाता है और सुख बाँटने से बढ़ता है .”
स्वेट मर्डेन .
12 – ” क्रोध , अंहकार देवता को भी दानव बना देते हैं और नम्रता और प्रेम मानव को भी देवता बना देते है.”
स्वेट मर्डेन .
13 – ” भगवान भी उनकी मदद करते हैंं जो खुद अपनी मदद को तैयार रहते है .”
स्वेट मर्डेन .
14 – ” जिनमे नम्रता नहीं है वे शिक्षा का सदुपयोग नहीं कर सकते है .”
स्वेट मर्डेन .
15 – ” सच्चे मित्र का सम्मान करे ,पीठ पीछे प्रशंसा करे और जरुरत पड़ने पर उसकी सहायता करे .”
स्वेट मर्डेन .
16 – ” ज्ञानवान मित्र ही जीवन का अनमोल धन है .”
स्वेट मर्डेन .
17 – ” प्रशंसा की ठंडी आग पर पत्थर भी पिघल जाते हैं .”
स्वेट मर्डेन .
18 – ” जितना हमे अपनी बात कहने का अधिकार है , दूसरों को भी अपनी बात कहने का उतना ही अधिकार है .”
स्वेट मर्डेन .
19 – ” भलाई के अलावा भविष्य में सभी चीजें नष्ट हो जाती है .”
स्वेट मर्डेन .
20 – ” चरित्र कोई ऐसी वस्तु नहीं है जिसे आप ऐसे ही प्राप्त कर सकते है और सफलता कोई ऐसा फल नही है जो पेड़ पर लगता हो .”