Jyotiba Phule ने समाज में फैली अव्यवस्था के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी . Jyotiba Phule शिक्षा को समाज की पहली आवश्यकता मानते थे . Jyotiba Phule मानते थे कि शिक्षा के अभाव के कारण ही समाज विभिन्न स्तरों पर बटा हुआ है . शिक्षा के अभाव के कारण आर्थिक असमानता बढ़ रही है , जिस कारण कुछ वर्गों का जीवन स्तर बद से बदतर है .
आइए जानते हैं Jyotiba Phule के समाज और आर्थिक असमानता पर उनके विचार .
1- ” भारत में राष्ट्रीयता की भावना का विकास तब तक संभव नहीं है , जब तक खान – पीन एव वैवाहिक संबंधों पर जातीय भेदभाव बने रहेंगे .”
Jyotiba Phule.
2- ” आर्थिक विषमता के कारण किसानों का जीवन स्तर अस्त व्यस्त हो गया है .”
Jyotiba Phule.
3 – ” स्वार्थ अलग अलग रुप धारण करता है . कभी जाती का , तो कभी धर्म का . “
Jyotiba Phule.
4- ” पृथ्वी पर उपस्थित सभी प्राणियों में मनुष्य श्रेष्ठ है , और सभी मनुष्यों में नारी श्रेष्ठ है . स्त्री और पुरुष जन्म से ही स्वतंत्र है . इसलिए दोनों को सभी अधिकार समान रूप से भोगने का अवसर प्रदान होना चाहिए .”
Jyotiba Phule.
5 – ” शिक्षा के बिना समझदारी खो गई, समझदारी के बिना नैतिकता खो गई , नैतिकता के बिना विकास खो गया, धन के बिना शूद्र बर्बाद हो गया . शिक्षा महत्वपूर्ण है .”
Jyotiba Phule.
6- ” अगर कोई किसी प्रकार का सहयोग करता है , तो उससे मुंह मत मोड़िए . “
Jyotiba Phule.
7 – ” आपके संघर्ष में शामिल होने वालों से उनकी जाति मत पूछिए . “
Jyotiba Phule.
8 – ” मंदिरों में स्थित देवगण ब्राह्मण पुरोहितों का ढकोसला है . “
Jyotiba Phule.
9 – ” संसार का निर्माणकर्ता एक पत्थर विशेष या स्थान विशेष तक ही सीमित कैसे हो सकता है . “
Jyotiba Phule.
10 – ” अनपढ़ , अशिक्षित जनता को फंसाकर वे अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं और यह वे प्राचीन काल से कर रहें हैं . इसलिए आपको शिक्षा से वंचित रखा जाता है .”
Jyotiba Phule.
11 – ” ईश्वर एक है और वही सबका कर्ताधर्ता है . “
Jyotiba Phule.
12 – ” अच्छा काम करने के लिए गलत उपयों का सहारा नहीं लेना चाहिए . “
Jyotiba Phule.
13 – ” आपको लगता है भगवान और भक्तों के बीच किसी के मध्यस्था की आवश्यकता है . “
Jyotiba Phule.
14 – ” शिक्षा स्त्री और पुरुष की प्राथमिक आवश्यकता है . “
Jyotiba Phule.
Jyotiba Phule के यह कुछ चुनिंदा Quotes आपको जरुर पसंद आएगे , साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें .