महान सूफी संत जलालुद्दीन रुमी एक ऐसे संत थे जिन्हें दुनिया पागल समझती थी . संत बनने से पहले रुमी अपने अंदर एक ऐसे खलीपन के एहसास से जूझ रहे थे, जो बयान नही किया जा सकता.
आइए जानते हैं महान सूफी संत रुमी के उच्च विचार .
1- ” यदि आप हर रगड़ से डरते हो , तो आपको चमकाया कैसे जाएगा .”
Rumi .
2- ” प्यार करने वाले कभी नहीं मिलते हैं ,वे तो सदा ही एक दूसरे में बसे रहते हैं .”
Rumi.
3 – ” आपका जीवन एक मात्र आदमी बदल सकता है , वो आदमी है आप खुद .”,
Rumi.
4 – ” अपने शब्दों को ऊँचा रखो , आवाज को नही .”
Rumi .
5 – ” जो शब्द सीधे दिल से निकलते हैं वे शब्द सीधे दिल में प्रवेश करते हैं.”
Rumi.
6 – ” इंसान की उत्पत्ति का अर्थ ही प्रेम है .”
Rumi.
7 – ” जो कुछ भी तुमने जीवन में खोया है, वह फिर से लौटकर तुम्हारे पास आ जाएगा किसी ंं किसी रुप मे . इसलिए जीवन में दुखी मत होना .”
Rumi.
8 – ” खूबसूरती तो इंसान के चारों तरफ फैली है , लेकिन हमे महसूस करने बगीचे में जाना पड़ता है .”
Rumi.
9 – ” तुम्हारी उदासी और निराशा का संबंध , तुम्हारे कर्मों और ईश्वर की अनदेखी करने के कारण है .”
Rumi.
10 – ” मौत से पहले जो आपको मिला है उसे त्याग देंं , जो दान किया जा सकता है उसे उसे दान कर देंं. “
Rumi.
11 – ” जहाँ बर्बादी है वह खजाने की आशा भी है .”
Rumi.
12 – ” मैं न पूरब का हूँ और न मैंं पश्चिम का , क्योंंकि मेरा दिल सीमाओं में बंधा हुआ नहीं है .”
Rumi.
13 – ” मेरे जीवन का हर हिस्सा पूर्ण रूप से लिखा जा चुका है , तब मेरे दुखी होने का कोई कारण नही है .”
Rumi.
14 – ” ईश्वर को प्राप्त करने की किसी भी तरह की कोशिश कभी व्यर्थ नहीं जाती .”
Rumi.
15 – ” आप उड़ने के लिए पैदा हुए हैं , जीवन में रेंगना क़्यो चाहते हो ? .”
Rumi.
16 – ” आप समुद्र में एक बूंद की तरह नहीं है बल्कि आप एक बूंद में पूरे महासागर की तरह हैंं .”
Rum.
17 – ” कल चला गया है और उसकी बाते ही रह गयी , आज नए बीज उग रहें हैं .”
Rumi.
18 – ” कल में चालाक था इसलिए दुनिया बदलने चला था . आज मैं बुद्धिमान हूँ इसलिए खुद को बदल रहा हूँ .’
Rumi.
19 – ” जिस काम से आप प्यार करते हैं वही आपका रोजगार बने , सफलता बेमिशाल होगी .”
Rumi.
20 – ” पृथ्वी पर घुटने टेकने और इसको चूमने के हजार तरीके हैं .”